श्री सिद्धगुरु की अमृतवाणी
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मेरे बन्धुओ,
मेरे बन्धुओ,

मैं आप सबको शब्दों के बोध से लादने नहीं आया। क्योंकि धन का अहंकार झुक जाता है लेकिन ज्ञान का अहंकार कभी कभी धर्मों को बाँट देता है।
मेरा एकमात्र ध्येय आप सब को धर्म, परमात्मा और वैदिक विज्ञान से जोड़ने का है।

- श्री सिद्धग
Gautama Buddha and lotus
Full Moon Glowing
Moon and Stars
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 चित्त की परिभाषा
चित्त हमारे आंतरिक शरीर को वह हिस्सा है जो हमारी कल्पना व सोच के चित्रों को हमारे सामने प्रस्तुत कर देता है। जैसे की हम महल के बारे में सोचते हैं तो हमारे सामने हूबहू महल का चित्र खड़ा कर देता है। गलत कल्पना व विचारों से चित्त अशुद्
तप की परिभाषा
तप का प्रथम नियम हैं की वह गुप्त तप होना चाहिए। अपनी आराधना, तप, पुडपार्थ व दान किसी और को बताने करने से अहंकार जन्म लेता है। इसलिए तप हमेशा गुप्त रखना चाहिए। तप की परिभाषा देखें तो किसी भी बाह्य वस्तु का त्याग करना ही केवल तप नहीं है ब
अहंकार की परिभाषा
साधारण भाषा में अहंकार का अर्थ किया जाता है की किसी बात पर अभिमान करना। लेकिन वास्तव में अहंकार हमारे अंदर रहा एक ऐसा कंद है जो हृदय सुख ढूंढता है। अहंकार मनुष्य को मन के माध्यम से पूरे दिन में विभिन्न कार्यों करने के लिए उकसाता है,
लक्ष्मी की परिभाषा
वर्तमान युग में लक्ष्मीजी की कृपा हर कोई चाहता है। लक्ष्मी पिछले जन्मों के पुण्यादय के परिणाम से प्राप्त होती है। आती लक्ष्मी और जाती लक्ष्मी दोनों को समान भाव से देखना चाहिए। लक्ष्मी जब खर्च होती है तब तंग भाव नहीं करने चाहिए और आ
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Lakshmi Footprints with a Buddhist Religious Symbol
चित्त की परिभाषा
चित्त हमारे आंतरिक शरीर को वह हिस्सा है जो हमारी कल्पना व सोच के चित्रों को हमारे सामने प्रस्तुत कर देता है। जैसे की हम महल के बारे में सोचते हैं तो हमारे सामने हूबहू महल का चित्र खड़ा कर देता है। गलत कल्पना व विचारों से चित्त अशुद्ध
स्वभाव की परिभाषा
सामान्यतः स्वभाव का अर्थ व्यक्ति के बाहरी व्यवहार से जुड़ा है। लेकिन वास्तव में स्वंय के भाव में स्वंय को रखना उसे स्वभाव कहते हैं। हर जीव व वस्तु का अलग-अलग स्वभाव होता है। जैसे की फल मीठे होते हैं तो वह उसका स्वभाव है। नीम कड़वा ह
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वर्ल्ड स्पिरिचुअल अवेयरनेस फोरम

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वर्ल्ड स्पिरिचुअल अवेयरनेस फोरम दुनिया भर के व्यक्तियों को एकजुट करता है, सिद्धगुरु के उच्च चेतना प्राप्त करने के दृष्टिकोण को अपनाते हुए। यह अंतर्राष्ट्रीय समुदाय दिखाता है कि आध्यात्मिक ज्ञान की खोज एक सार्वभौमिक अनुभव है जो भौगोलिक सीमाओं से परे है, और यह दर्शाता है कि आत्म-अन्वेषण और शांति का मार्ग असीमित है।

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वैश्विक कार्यक्रमों का आयोजन: वर्ल्ड स्पिरिचुअल अवेयरनेस फोरम, पंजीकृत 501(c)(3) गैर-लाभकारी संगठन

ग र वर क उपद श आश रम य त र ए और श क षण क र यक रम हम श सभ क ल ए न श ल क ह त ह ज उनक न स व र थ स व और कर ण क दर श त ह
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